भारत और यूनाइटेड किंगडम ने एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता भारत में ब्रिटेन की लक्जरी कारों को सस्ता कर देगा और भारतीय निर्यातकों को भी एक बड़ा लाभ होगा। यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
एफटीए क्या है और यह विशेष क्यों है?
भारत और यूनाइटेड किंगडम एक ऐतिहासिक ** मुक्त व्यापार समझौते (FTA) ** के लिए सहमत हुए हैं, जो दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को एक नई दिशा देगा। समझौते पर तीन साल से अधिक समय तक बातचीत के बाद हस्ताक्षर किए गए हैं।
एफटीए का मुख्य उद्देश्य है …
- व्यापार कम करना
- आयात-निर्यात पर टैरिफ कम करें
- निवेश को बढ़ावा देना
इसका सीधा लाभ भारत में ब्रिटिश ब्रांड की लक्जरी कारों और टेक्सटाइल, मरीन फूड, लेदर प्रोडक्ट्स और ऑटो पार्ट्स जैसे क्षेत्रों को प्रदान किया जाएगा।
लक्जरी कारों पर कर में कर में कमी
अब तक, ब्रिटेन से आयातित कारों पर 100% से अधिक आयात शुल्क लगाया गया था। लेकिन नए एफटीए के तहत, यह शुल्क केवल 10%तक कम हो जाएगा।
इससे कौन सा कार ब्रांड इस से लाभान्वित होगा …
- जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर)
- बेंटले
- रोल्स रॉयस
- बीएमडब्ल्यू की मिनी
- ऐस्टन मार्टिन
- नॉर्टन मोटरसाइकिल (टीवी स्वामित्व)
इन सभी ब्रांडों की कारें और मोटरसाइकिल अब भारतीय बाजार में अधिक किफायती और सुलभ होंगी। इससे भारत के लक्जरी कार बाजार में एक बड़ी हलचल होने की उम्मीद है।
भारतीय बाजार में कीमतें कितनी कम होंगी?
कार कंपनियों के अनुसार, कर में 90% की कमी से इन वाहनों की कीमतों में 15 से 30 प्रतिशत की गिरावट हो सकती है। उदाहरण के लिए:
ब्रांड | वर्तमान मूल्य () लाख के लिए) | अनुमानित नई कीमत |
जगुआर एफ-पेस | ₹ 78 लाख | ₹ 60-65 लाख |
रेंज रोवर इवोक | ₹ 73 लाख | ₹ 55-60 लाख |
मिनी कूपर | ₹ 45 लाख | ₹ 35-38 लाख |
रोल्स रॉयस घोस्ट | ₹ 7.95 करोड़ | ₹ 6-6.5 करोड़ |
भारतीय निर्यात क्षेत्र में भी लाभ होगा
एफटीए न केवल भारत में ब्रिटिश उत्पादों को सस्ता बनाएगा, बल्कि भारत से भेजे गए 99% सामानों पर टैरिफ को भी समाप्त कर दिया जाएगा।
कौन से भारतीय क्षेत्रों को फायदा होगा …
- कपड़ा और रेडीमेड वस्त्र
- समुद्री भोजन
- मोटर वाहन घटक
- चमड़ा और जूते
- जेम्स एंड ज्वैलरी
इससे भारत की विनिर्माण और निर्यात क्षमता भी बढ़ेगी, विशेष रूप से छोटे और मध्यम उद्योग (MSME) को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेहतर प्लेटफॉर्म मिलेगा।
स्कॉच व्हिस्की और अल्कोहल पर कर राहत
ब्रिटिश स्कॉच व्हिस्की अब तक भारत में 150% आयात शुल्क लेती थी। एफटीए के अनुसार, यह कर अब दस वर्षों में कम हो जाएगा। यह भारत में ब्रिटिश मादक ब्रांडों को नए ग्राहक दे सकता है और कीमतों में गिरावट आएगा।
व्यावसायिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा
- अनुमानित व्यापार वृद्धि:
- वर्तमान कुल व्यापार: £ 42.6 बिलियन…
- 2040 तक अनुमानित वृद्धि: £ 25.5 बिलियन
- 2040 तक संयुक्त कुल व्यापार: £ 68 बिलियन से अधिक
यह भारत और ब्रिटेन के बीच अब तक का सबसे व्यापक व्यापार समझौता माना जाता है।
पेशेवर और व्यापारी यात्रा में आराम करते हैं
एफटीए में, न केवल माल का आदान -प्रदान, बल्कि पेशेवर यात्राओं और व्यावसायिक यात्राओं को भी आसान बना दिया गया है। हालांकि आव्रजन नीति में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ था, दोनों देश वीजा प्रक्रिया को अधिक लचीला और तेज बनाने के लिए सहमत हुए हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
दोनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधान मंत्री किर स्टार्मर ने समझौते की प्रशंसा की है। इसे भारत-यूके संबंधों के एक नए मजबूत कदम के रूप में वर्णित किया गया है।
यह यूके के लिए एफटीए ब्रेक्सिट पर सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक समझौता है, जहां से वह अपने वैश्विक व्यापार नेटवर्क को और मजबूत करना चाहता है।
भारत के लिए यह समझौता महत्वपूर्ण है …
- लक्जरी वाहनों की कीमत भारी कमी को कम करती है
- भारतीय उत्पाद ब्रिटिश बाजार में नए मंच
- कपड़ा, चमड़ा, भोजन, ऑटो सेक्टर निर्यात में लाभान्वित होगा
- स्कॉच और व्हिस्की के उत्साही लोगों के लिए सस्ते दामों पर विकल्प
- दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक और राजनयिक संबंधों में ताकत