पाकिस्तान ने एफ -16 विमानों की तैनाती की जगह बदल दी, भारत की सैन्य कार्रवाई के कारण घबराहट


इस्लामाबाद
भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में घबराहट हुई है। नवीनतम जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के हविसेना ने अपने एफ -16 ब्लॉक 52+ लड़ाकू विमानों के आधे हिस्से को अरब सागर तट पर ग्वादर के पास पासनेई हवाई क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया है। यह कदम पाकिस्तान द्वारा लिया गया एक रणनीतिक निर्णय माना जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत की एस -400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा इन विमानों की पहचान और विनाश से बचना है।

पाकिस्तान की चाल और भारत की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के हविसेना ने अपने उन्नत एफ -16 विमानों की तैनाती को बदल दिया है और उन्हें ग्वादर के पास लोचिस्तान में पासनी हवाई क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया है। इस कदम को भारत की एस -400 प्रणाली से बचने के लिए एक सुरक्षा उपाय के रूप में देखा जा रहा है। S-400 को एक अत्यधिक प्रभावशाली वायु रक्षा प्रणाली माना जाता है, जो दुश्मन के विमान और मिसाइलों को दूर से ही दूर करने में सक्षम है। पाकिस्तान को डर है कि अगर भारत में एस -400 जैसी प्रणाली है, तो इन विमानों को आसानी से भारतीय वायु रक्षा प्रणाली द्वारा लक्षित किया जा सकता है।

S-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम हाल ही में भारत में आया है और इसे दुनिया में सबसे शक्तिशाली वायु रक्षा प्रणालियों में से एक माना जाता है। इसके माध्यम से, भारत विमान, मिसाइलों और अन्य खतरों को अपनी सीमाओं के भीतर दूर से नष्ट कर सकता है। ऐसी स्थिति में, पाकिस्तान ने अपने एफ -16 फाइटर विमान को पाकिस्तान के अन्य सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है ताकि इन विमानों को भारतीय एस -400 प्रणाली के दायरे से बाहर रखा जा सके।

पाकिस्तान की सुरक्षा रणनीति
ग्वादर के पास पास्नाई एयरफील्ड पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण सैन्य एयरबेस है। यह तटीय क्षेत्र में स्थित है, जो पाकिस्तान को समुद्री मार्ग से अपने विमानों की सुरक्षा के लिए एक बेहतर विकल्प प्रदान करता है। इसके अलावा, यह सुरक्षित स्थान पर पाकिस्तान वायु सेना (PAF) के F-16 विमान का पता लगाकर संभावित खतरे से बचने का एक कुशल तरीका प्रदान करता है। एफ -16 विमानों की तैनाती को बदलने के पीछे पाकिस्तान का एक रणनीतिक उद्देश्य है। इन महंगे और शक्तिशाली विमानों की रक्षा करना। एस -400 प्रणाली के खतरे से बचने के लिए पाकिस्तान का कदम उठाया गया है, जो साबित करता है कि पाकिस्तान भारत की वायु रक्षा प्रणाली को गंभीरता से ले रहा है।

चीन की चिंता और प्रतिक्रिया
इस बीच, चीन ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की है और दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है। चीन ने कहा है कि दोनों देशों को अपने सैन्य आंदोलनों में संयम का अभ्यास करना चाहिए, ताकि क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति बिगड़ने से बच सके। पाकिस्तान के इस कदम से पता चलता है कि पाकिस्तान भारत की सैन्य ताकत और एस -400 प्रणाली से डरता है।

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